बात इंटरटेनमेंट की हो या टेक्नोलॉजी की। बात सफलता की हो या कमाई की। हर मामले में आज साउथ फिल्म इंडस्ट्री बॉलीवुड पर भारी पड़ जाती है। आलम ये है कि साउथ की फिल्मों की न सिर्फ कहानी बल्कि पूरा का पूरा प्रजेंटेशन भी हिंदी फिल्मों में कॉपी किया जाने लगा है। बावज़ूद इसके लोग साउथ की रीमेक फिल्मों को देखने से कहीं ज़्यादा साउथ की डब फिल्मों को देखना ही ज़्यादा पसंद करते हैं। कुछ वर्षों पहले साउथ के कई सफल ऐक्टर्स ने हिंदी फिल्मों में अपनी जगह बनाने की कोशिश की लेकिन उन्हें बॉलीवुड में वो सफलता न मिल सकी। लेकिन आज साउथ के ढेरों ऐसे ऐक्टर्स हैं जिनके अभिनय की तारीफ़ न सिर्फ बॉलीवुड के दर्शक बल्कि पूरा देश करता है। साउथ फिल्मों के एक ऐसे ही सफल ऐक्टर हैं जिनका नाम है अल्लू अर्जुन जिन्होंने एक के बाद एक कई हिट फिल्में देकर अपने अभिनय और अंदाज़ से हर किसी को अपना दीवाना बना लिया है। आइये जानते हैं उनके फिल्मी सफर और व्यक्तिगत जीवन से जुड़ी तमाम बातों के बारे में।
अल्लू अर्जुन का प्रारंभिक जीवन
अल्लू अर्जुन का जन्म 8 अप्रैल 1983 को बंगलौर में हुआ था। उनके पिता अल्लू अरविंद साउथ फिल्मों के एक जाने माने निर्माता हैं और माँ निर्मला एक गृहणी हैं। अर्जुन के दादा अल्लू रामलिंगय्या भी एक ज़माने में बेहद मशहूर हास्य अभिनेता हुआ करते थे। अर्जुन के परिवार और रिश्तेदारों में अधिकतर लोग फिल्मी बैक ग्राउंड से हैं। सुपरस्टार चिरंजीवी रिश्ते में अर्जुन के फूफा लगते हैं तो नागेंद्र बाबू ,पवन कल्याण और रामचरण जैसे अभिनेता भी अर्जुन के परिवार और रिश्तेदारों में से ही हैं। अर्जुन के दो भाई हैं जिनमें से एक भाई अल्लू वेंकटेश एक बिजनेस मैन हैं और दूसरे भाई अल्लू सिरीश भी एक मशहूर अभिनेता हैं।
फिल्मी माहौल में पले बढ़े अल्लू अर्जुन बचपन से ही अभिनेता बनना चाहते थे। दोस्तों इस फिल्म से जुड़ी एक ख़ास बात हम आपको बता दें कि 23 अक्टूबर 1985 को रिलीज़ यह फिल्म अभिनेता अनिल कपूर की हिंदी फिल्म ‘साहेब’ का रीमेक थी जो कि 15 फरवरी 1985 को रिलीज़ हुई थी। इस फिल्म का गीत ‘यार बिना चैन कहाँ रे’ बहुत ही मशहूर हुआ था।
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किस फिल्म में किया था बाल कलाकार के तौर पर काम
उन्होंने पहली बार अभिनेता चिरंजीवी की तेलुगू फिल्म विजेता में एक बाल कलाकार के रूप में अभिनय किया था। बहरहाल फिल्म विजेता में एक बाल कलाकार की भूमिका निभाने के बाद अर्जुन अपनी पढ़ाई में जुट गए। अपनी प्रारम्भिक शिक्षा सेंट पैट्रिक स्कूल, चेन्नई से करने के बाद अर्जुन ने MSR कॉलेज, हैदराबाद से BBA की डिग्री ली।
दोस्तों अर्जुन को पढ़ाई के साथ-साथ मार्शल आर्ट्स और जिम्नास्ट में विशेष रूचि थी, साथ ही उन्हें डांस का भी बेहद जुनून था, वे पढ़ाई के साथ साथ इन सबका भी अभ्यास करते रहते थे। इसी दौरान वर्ष 2001 में अर्जुन अपने पिता द्वारा निर्मित तेलुगू फिल्म डैडी में एक डांसर के रूप में नज़र आये। इस फिल्म में भी मुख्य भूमिका में अभिनेता चिरंजीवी ही थे। अर्जुन बताते हैं कि वे माइकल जेक्शन के अलावा बॉलीवुड अभिनेता गोविन्दा के डांस के भी कायल हैं। दोस्तों अल्लू अर्जुन ख़ुद भी एक बेहतरीन डांसर हैं जिसका नमूना उनपे फिल्माये गये गानों में अक्सर देखने को मिल ही जाता है।
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बतौर नायक कौन सी थी पहली फिल्म
बतौर नायक अर्जुन की पहली फिल्म थी 2003 में रिलीज़ फिल्म गंगोत्री, हालांकि फिल्म सफल होने के बावज़ूद अर्जुन की कोई विशेष पहचान नहीं बन सकी थी। उसके बाद आयी वर्ष 2004 में फिल्म आर्या। इस बेहद कामयाब फिल्म में अर्जुन के अभिनय के साथ-साथ उनका स्टाइल लोगों को इतना पसंद आया कि अर्जुन रातोंरात साउथ के एक स्टाइलिश ऐक्टर के रूप में मशहूर हो गये। इस फिल्म के बाद अल्लू अर्जुन ने एक के बाद एक कई सारी सुपर हिट फिल्में दीं और टॉलीवुड के शीर्ष अभिनेताओं में से एक हो गये। अपने शानदार अभिनय के लिये अब तक उन्हें साउथ के 5 फिल्मफेयर अवार्ड्स और 2 नंदी अवार्ड्स भी मिल चुके हैं। बेहद कम समय में इतने अवाॅर्ड हासिल करने वाले अर्जुन की कुछ एक फिल्मों को छोड़ दिया जाये तो उनकी तकरीबन सारी फिल्में ही सुपरहिट हैं।
उनकी सफलता का अंदाज़ा आप इसी से लगा सकते हैं कि वे “7 अप, क्लोज अप, ओल्क्स, हीरो मोटोकॉर्प और कोलगेट” आदि जाने कितनी ही कम्पनियों के ब्रांड एम्बेसडर बन चुके हैं। इनकी फैन फॉलोइंग भी साउथ के ऐक्टर्स में सोशल साइट्स पर सबसे अधिक है जो कि करोड़ों में है।
समाज सेवा से जुड़े रहने वाले अर्जुन अक्सर रक्त दान करते हैं और इसके लिये वे दूसरों को भी प्ररित करते रहते हैं। अर्जुन अपने हर जन्मदिन पर मानसिक तौर पर कमज़़ोर बच्चों की सहायता भी करते हैं। वे अपने स्टाफ के साथ-साथ अपने फैंन्स का भी वे विशेष ख़्याल रखते हैं। उन्होंने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सामाजिक जागरूकता फैलाने के लिए एक शॉर्ट फिल्म में भी काम किया था। वर्ष 2014 में रिलीज़ इस शार्ट फिल्म का नाम था “आई ऍम दैट चेंज” जिसे सोशल मीडिया पे ख़ूब पसंद किया गया था।
उनकी स्नेहा रेड्डी से कैसे हुई पहली मुलाकात
अपने ख़ाली समय में अर्जुन को किताबें पढ़ना काफी पसंद है ख़ासतौर पे व्यक्तिगत सुधार की किताबें। अब एक नज़र डाल लेते हैं अर्जुन के पारिवारिक जीवन पर अल्लू अर्जुन की पत्नी का नाम है स्नेहा रेड्डी जो कि हैदराबाद के एक मशहूर व्यवसायी की बेटी थीं। दोस्तों अल्लू अर्जुन और स्नेहा रेड्डी का प्रेम विवाह हुआ था और दोनों की प्रेम कहानी बहुत ही दिलचस्प है जो कि किसी फिल्म की कहानी सी ही लगती है। एक दोस्त की शादी में अर्जुन और स्नेहा की पहली मुलाक़ात हुई।
उसी फंक्शन में दोनों ने अपना नंबर एक्सचेंज किया और बातचीत का सिलसिला शुरू हो गया। दोनों एक दूसरे को अच्छे लगे फिर दोनों मेंं दोस्ती हुई और पहली नज़र का यह प्यार धीरे-धीरे और गहरा होता चला गया। इस लव स्टोरी की एक ख़ास बात यह भी थी कि स्नेहा जो कि अमेरिका से पढ़ाई कर वापस आई थीं, उन्हें इस बात का कोई अंदाज़ा नहीं था कि अल्लू अर्जुन तेलुगु फ़िल्मों के कितने बड़े स्टार हैं। इधर अल्लू अर्जुन भी स्नेहा को लेकर पूरी तरह से सीरियस थे और उनसे शादी करना चाहते थे। जब अल्लू अर्जुन ने अपनी ये बात घर में बतायी तो उनके पिता नहीं माने लेकिन अर्जुन की ज़िद के आगे उन्हें झुकना ही पड़ा। लेकिन समस्या तब और बढ़ गयी जब वे यह रिश्ता लेकर स्नेहा के घर गए, दरअसल स्नेहा के घर वालों ने उनके प्रस्ताव को यह कहकर ठुकरा दिया कि वे किसी ऐक्टर से अपनी बेटी की शादी नहीं करना चाहते।
कैसे हुई शादी
बहरहाल इस परिस्थिति में भी अर्जुन और स्नेहा दोनों ने एक दूसरे का साथ दिया और इंतजार किया। आख़िरकार, दोनों ने अपने परिवारों को शादी के लिए मना ही लिया और 6 मार्च, 2011 को दोनों वैवाहिक बंधन में बँध गये। अर्जुन और स्नेहा के दो बच्चे हैं, बेटा अल्लू अयान और बेटी अल्लू आरहा।
पिता बनने के बाद अल्लू अर्जुन को अपनी जिंदगी में काफी बदलाव महसूस हुयेे। अर्जुन कहते हैं कि, ‘पिता बनने के बाद मैं अब बहुत कम बद्दुआ देता हूं।’ वो फिल्मों में कामयाब होने के साथ-साथ एक बेहतरीन पति और पिता हैं। अर्जुन अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ के बीच बैलेंस बनाना बखूबी जानते हैं।